शास्त्री जी ,
हाँ हल्के अँदाज़ मेँ भी कई बार सँजीदा बातेँ कही जातीँ हैँ
मेरा भी कुछ ऐसा ही प्रयास था
शुक्रिया !
स-स्नेह -
लावण्या
हाँ हल्के अँदाज़ मेँ भी कई बार सँजीदा बातेँ कही जातीँ हैँ
मेरा भी कुछ ऐसा ही प्रयास था
शुक्रिया !
स-स्नेह -
लावण्या